Thursday, August 5, 2010

Intezaar

बोहोत अकेले है  हम,
तुम्हारे बिन ऐ सनम.
तुम्हे मिलने की दुआ करते है,
मगर मिल नहीं पाते तुम्हे जानम.


दिन रात होठो पर,
तुम्हारा ही नाम आता है.
मेरा दिल हर वक़्त,
तुम्हे मिलने को तड़पता है.

दिल पुकारता है तुम्हे,
बुलाता है हर घडी.
मत तडपाओ हमें बार बार,
मन हमारा है बोहोत दुखी.


आ जाओ अब मेरे पास,
मत रुलाओ और हमें.
मिटा डालो इंतज़ार हमारा,
मीता डालो मन की प्यास.

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